Śrīkoṣa
Chapter 7

Verse 7.221

ध्यानोपेता द्विजश्रेष्ठ पूर्णेयं परिपातिता ।
सर्वसिद्धिकरी शश्वन्मोक्षलक्ष्मीविवर्धनी ॥ २२१ ॥