Śrīkoṣa
Chapter 12

Verse 12.523

तद्भक्ता सद्गुणा साध्वी कर्मणा मनसा गिरा ।
नित्यं भर्तरि चाद्रोहा प्रयाता सह तेन वै ॥ ५२३ ॥